मंगलवार, 18 मार्च 2014

मोदी के लिए अमेरिका करेगा कॉल




यदि लोकसभा चुनाव के मौके पर आपके फोन पर आई कॉल में अमेरिका का नंबर दिखाई पड़ रहा हो तो चौंकिएगा मत...क्योंकि पूरे चुनाव के दौरान अमेरिका से रोजाना हजारों फोनकॉल्स के जरिए नरेंद्र मोदी के लिए वोट मांगे जाएंगे। ना केवल नरेंद्र मोदी के लिए, बल्कि भाजपा के स्थानीय लोकसभा उम्मीदवारों के लिए भी अमेरिका में बैठे प्रवासी भारतीय अभियान चलाने की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए बकायदा हिंदुस्तान के हर कोने से मतदाताओं के फोन नंबर अमेरिका भेजे जा रहे हैं। 
इतना ही नहीं नरेंद्र मोदी को देश का अगला प्रधानमंत्री बनाने के लिए अमेरिका समेत कई देशों से फंड इकट्ठा किया जा रहा है। मोबाइल नंबर पर मिस कॉल दिलवाकर प्रवासी भारतीयों को मोदी के समर्थन में रजिस्टर किया जा रहा है। नए वॉलेंटियर बनाए जा रहे हैं। OFBJP272.COM अभियान चलाया जा रहा है। हिंदुस्तान में तो केवल रन फॉर यूनिटी चलाया जा रहा है, जबकि यूएस में एक कदम आगे बढ़कर न्यू जर्सी जैसे ठंडे इलाकों में (जहां फिलहाल दौड़ना मुमकिन नहीं है) योगा फॉर यूनिटी भी आयोजित किया जा रहा है। जिन इलाकों में दौड़ लगाई जा सकती है, वहां यूएस रन फॉर यूनिटी कार्यक्रम भी कराए जा रहे हैं। नमो चाय पार्टी केवल भारत में ही नहीं बल्कि मिशीगन, न्यू जर्सी, न्यूयॉर्क, वाशिंगटन डीसी, नार्थ कारोलिना में भी आयोजित की जा रही है... और ये सब हो रहा है ओवरसीस फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी के बैनरतले। नरेंद्र मोदी को देश का अगला प्रधानमंत्री बनवाने के लिए भाजपा के प्रवासी भारतीय कार्यकर्ता कमर कसकर मैदान में उतर चुके हैं।
चार हजार सदस्यों वाले OFBJP US (overseas friends of bjp US) ने अमेरिका में रहने वाले 3 मिलियन भारतीयों को रिझाने के लिए कई तरह के कैम्पेन चला रखे हैं। इसमें कोई शक नहीं कि इस चुनावी युद्ध में सबसे बड़े हथियार के रूप में सोशल मीडिया यानि फेसबुक, ट्विटर, फोन कॉल्स और वेबसाइट OFBJP272.COM का इस्तेमाल किया जा रहा है। लेकिन इन सबसे इतर बात ये है कि भाजपा की तरफ से प्रधानमंत्री पद के भावी उम्मीदवार नरेंद्र मोदी सैटेलाइट के जरिए यूएसए में रहने वाले भारतीयों से लाइव कॉफ्रेंस कर सहयोग मांगने की योजना पर काम कर रहे हैं। मोदी जल्द ही गांधीनगर (गुजरात) से अमेरिका के प्रवासी भारतीयों को संबोधित करेंगे।
Overseas friends of bjp US chapter के अध्यक्ष चंद्रकांत पटेल ने तहलका को बताया कि इस चुनाव में प्रवासी भारतीय कुछ ज्यादा रुचि रख रहे हैं। ये भी तय है कि वे इस आम चुनाव में महत्वपूर्ण रोल भी निभाएंगे। हमारी योजना दो तरह से नरेंद्र मोदी के लिए अभियान चलाने की है। पहला तो भारत पहुंचकर चुनाव प्रचार करने का। दूसरा यहीं से बैठे-बैठे फोन कॉल्स के जरिए लोगों को भाजपा के पक्ष में मतदान करने के लिए अपील करने का। इसके लिए हम नए वॉलेंटियर बना रहे हैं। इनकी संख्या हजारों में पहुंच चुकी है। इनमें से आधे चुनाव के वक्त भारत जाएंगे और भाजपा के पक्ष में चुनाव प्रचार करेंगे। हर सदस्य हिंदुस्तान के उन इलाकों में जाकर कैम्पेन चलाएगा, जहां का वो खुद रहने वाला है। मैं छत्तीसगढ़ के चिरमिरी इलाके का हूं तो मैं वहां जाकर ही मोदी के पक्ष में माहौल बनाउंगा। कुछ वालेंटियर अमेरिका में ही रहकर फोनकॉल्स और एसएमएस के जरिए लोगों को भाजपा के पक्ष में मत देने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। हमारा एक वालेटिंयर एक दिन में कम से कम 200 लोगों को फोन करेगा
हाल ही में OFBJP US के अध्यक्ष बने चंद्रकांत पटेल फ्लोरिडा के टेम्पा में रहते हैं। 1989 में यूएस पहुंचे पटेल इलेक्ट्रॉनिक्स और माइक्रोचिप मैन्यूफैक्चरिंग के व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। वे छत्तीसगढ़ के चिरमिरी क्षेत्र के रहने वाले हैं। अमेरिका जाने से पहले वे चिरमिरी के जिला भाजपा अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उनका परिवार जनसंघ से जुड़ा रहा है। अब वे अमेरिका में सक्रिय हैं। इस समय भले ही वे और उनका संगठन मोदी के प्रचार में जुटा है। लेकिन आम तौर पर वे भारत से अमेरिका पहुंचने वाले भाजपा नेताओं के लिए कार्यक्रमों आयोजित करते हैं। भाजपा के पक्ष में माहौल तैयार करते हैं। भाजपा विरोधी बातों को देश के बाहर काउंटर करने की जिम्मेदारी भी OFBJP की ही है। overseas friends of bjp के यूएस चैप्टर की नींव 1991 में पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने रखी थी। इसमें सदस्यता प्राप्त करने के लिए विद्यार्थियों से लेकर सिनीयर सिटीजन्स तक कई कैटेगरी है। इसमें प्रायमरी मेम्बर्स, एसोसिएट मेम्बर और एक्टिव मेम्बर्स के लिए अलग-अलग सदस्यता शुल्क निर्धारित है। जो 1 डॉलर से लेकर 100 डॉलर तक है। ये देश के बाहर सबसे पुराना और सबसे बड़ा संगठन है, जो भाजपा की एक इकाई के रूप में काम करता है।
OFBJP ने MODI FOR PM, DONATE FOR MODI जैसे अभियान चला रखे हैं। जहां प्रवासी भारतीय मोदी के लिए धन भी दान कर रहे हैं। ये राशि सीधे भाजपा के खाते में जा रही है। जबकि OVERSEAS FRIENDS OF BJP का कोर ग्रुप अपने स्तर पर भी चंदा इकट्ठा कर रहा है। जो अमेरिका में ही चल रहे प्रचार पर खर्च किया जा रहा है।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव जगतप्रकाश नड्डा कहते हैं कि, नरेंद्र मोदी को लेकर एकतरफा लहर चल पड़ी है। इससे विदेशों में रहने वाले भारतीय कैसे बच सकते हैं। हमारे अप्रवासी भारतीय बंधु भी वातावरण बनाने में सहयोग कर रहे हैं। लेकिन मैं ऐसा मानता हूं कि देश के सभी लोगों का रुझान मोदी जी की तरफ जा रहा है। लोगों को उनमें पूरी आस्था है। अप्रवासी भारतीय भी अब परिवर्तन चाहते हैं। यही कारण है कि वे खुले दिल से मोदी जी को सपोर्ट कर रहे हैं
हालांकि कांग्रेस मोदी फॉर पीएम नाम के इस अंतर्राष्ट्रीय अभियान से कोई इत्तेफाक नहीं रखती। ना ही उसे लगता है कि इससे भाजपा को कोई फायदा होगा। इस बारे में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव मुकुल वासनिक कहते हैं कि, हर दल अपने तरीके से चुनाव जीतने की कोशिश कर रहा है। लेकिन केंद्र में सरकार तो हमारी ही बनेगी। कांग्रेस पार्टी अपनी 10 साल की उपलब्धियों के बल जनता से वोट मांगेगी। हमें पूरा भरोसा है, जैसे-जैसे चुनाव का वक्त नजदीक आएगा, वातावरण में कई बदलाव आएंगे। जहां तक भारत के बाहर मोदी की बढ़ती लोकप्रियता की बात है, इसमें कोई तथ्य नहीं है। ये केवल भाजपा का भ्रामक प्रचार है
चंद्रकांत पटेल बताते हैं कि सिंतबर 2013 में उनकी नरेंद्र मोदी के साथ हुई बैठक में तय किया गया था कि कोई भी अप्रवासी भारतीय भारत आकर नेताओं की परिक्रमा नहीं करेगा। कहने का मतलब ये कि सभी एनआरआई अपने-अपने मूल स्थानों पर जाकर अपने रिश्तेदारों, दोस्तों और पास पड़ोसियों को भाजपा के पक्ष में मतदान करने के लिए चुनाव प्रचार करेंगे। हमारे साथ कई अमेरिकी युवा भी होंगे, जिनके माता-पिता भारतीय मूल के हैं। हम उन युवाओं को भी जोड़ रहे हैं, जो आईटी सेक्टर से हैं। जिनके पास एच-1 वीजा या भारतीय पासपोर्ट है।
भाजपा के इस ग्लोबल संगठन ने आम चुनाव की तैयारी काफी पहले ही शुरु कर दी थी। इसके लिए पार्टी के आला नेताओं के साथ कई दौर की मीटिंग्स भी हो चुकी हैं। भाजपा के कई नेता बारी-बारी से वीडिया काफ्रेंस के जरिए भी विदेश में बसे भारतीयों से बात कर रहे हैं। उनसे भाजपा को 272 सीटों के जादुई आंकड़े तक पहुंचाने के लिए हर संभव मदद की अपील कर रहे हैं।
इस वक्त पूरी दुनिया की नज़र भारत में होने वाले आम चुनावों पर हैं। ऐसे में विदेशों में बसे लाखों भारतीय इससे कैसे अछूते रह सकते हैं। वे अपने ड्राइंग रूम्स में लगे टीवी सेट या इंटरनेट के जरिए हिंदुस्तान में पल-पल घट रही राजनीतिक घटनाओं पर नजर बनाए हुए हैं। अब ये बात और है कि उनका रूझान मोदी की तरफ है या राहुल गांधी की तरफ। वे भाजपा को 272 के आंकड़े के पार देखना चाहते हैं या कांग्रेस को। या फिर उनके मन में कोई तीसरा विकल्प पसंद के तौर पर उभर रहा है। ये तो वक्त आने पर ही पता चलेगा। लेकिन इतना तय है कि भाजपा अपने कुशल प्रबंधन के साथ कई वर्गों को साधने में लगी हुई है, जिसमें से अप्रवासी भारतीयों का एक बड़ा, संपन्न और निर्णायक वर्ग भी शामिल है।


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